जिला सक्ती-छत्तीसगढ़
प्रदेश मिडिया प्रभारी राजा के साथ जिला रिपोर्टर रुखसाना महेश श्रद्धा बर्मन सुनीता कुर्रे मिनू सिदार रिपोर्टर शिवा यादव।


जिला सक्ती-भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में संचालित सास्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र (सी. सी.आर.टी.) नई दिल्ली शिक्षा को संस्कृति से जोड़ने का कार्य करने वाली एक स्वायत्त अग्रणी संस्था है।
जिसके अनेक क्षेत्रीय केंद्र देश के कई अलग-अलग भागों में स्थित है जिनमें से एक क्षेत्रीय केंद्र मध्य प्रदेश का दमोह भी है।
जहां पर दिनांक 26/08/2025 से 04/09/ 2025 तक नई शिक्षा नीति NEP-2020 के अनुरूप अनुस्थापन पाठ्यक्रम पर 10 दिवसीय प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में विद्यालयों की भूमिका विषय पर आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें 10 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से 65 प्रशिक्षु शिक्षक – शिक्षिका शामिल हुए। छत्तीसगढ़ के विभिन्न 9 जिलों से भी शिक्षक शिक्षिकाओं ने इसमें भाग लिया। इस राष्ट्रीय कार्यशाला में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सपोस विकासखंड – डभरा की व्याख्याता सुनीता चौहान ने सक्ती जिले का प्रतिनिधित्व कर प्रशिक्षण कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
इस कार्यशाला में प्रशिक्षु शिक्षकों ने प्रोजेक्ट कार्य ,पाठ योजना ,वर्कशीट को पूरा करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्य की कला एवं संस्कृति को प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। यह कार्यशाला देश की समृद्ध कला एवं सांस्कृतिक विविधता के आदान-प्रदान का एक प्रभावशाली मंच रहा। प्रशिक्षण शिक्षकों को दमोह स्थित रानी दमयंती पुरातात्विक संग्रहालय को देखने का अवसर मिला एवं पड़ोसी जिले छतरपुर में स्थित विश्व प्रसिद्ध एवं यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल खजुराहो का भी भ्रमण कराया गया जहां चंदेल वंशीय शासको द्वारा नवीं से ग्यारहवीं शताब्दी के बीच नागर एवं पंचायतन शैली की मूर्तियां एवं मंदिर की स्थापना की गई है। इन ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थलों के अवलोकन ने प्रशिक्षु में इस विषय के प्रति एक नई रुचि एवं जिज्ञासा का संचार किया।
इस राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि वाय.एस. कुरैशी जिला प्रशासनिक अधिकारी दमोह एवं संस्थान के निदेशक राजीव कुमार शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी साथ ही साथ इस प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ विद्यालय के बच्चों तक पहुंचाने की आशा व्यक्ति की। अंत में सी.सी.आर.टी.क्षेत्रीय केंद्र ,दमोह के समन्वयक त्रिपाल सिंह ने आभार प्रदर्शन किया।






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